प्रेग्नेंसी के दौरान खाएं तुलसी, मां और बच्च दोनों को होंगे ये फायदे
सेहतराग टीम
हमारे आस पास कई ऐसे पेड़ पौधे पाए जाते हैं जो कई रोगों के लिए औषधि का काम करते हैं। उन्हीं में एक है तुलसी का पेड़, जो कई बीमारियों के लिए प्रयोग किया जाता है। इसलिए ये अधिकतर घरों में पाया जाता है। इसका प्रयोग अक्सर लोग चाय में या काढ़ा बनाने में करते हैं। हालांकि ये सिर्फ चाय का स्वाद बढ़ाने में ही नहीं प्रयोग होता बल्कि इसका प्रयोग कई रोगों को भगाने के लिए भी किया जाता है।
पढ़ें- प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं इन चीजों का सेवन करें, एनीमिया का शिकार होने से बचेंगी
तुलसी की पत्ती वैसे तो कई रोगों के लिए लाभदायक है लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए ये कुछ ज्यादा ही फायदेमंद है। क्योंकि इसे खाने से जच्चा और बच्चा दोनों फिट और तंदुरूस्त रहते हैं। तुलसी की सबसे अच्छी बात यही है कि ये पूरी तरह से सुरक्षित होती है। यानी इसके कोई साइड-इफेक्ट नहीं होते। गर्भावस्था में इसके नियमित सेवन से कई तरह के संक्रमण का ख़तरा कम हो जाता है। इसकी पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता है। इसके अलावा ये रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी दुरुस्त रखने में सहायक है।
जानें प्रेग्नेंसी में तुलसी खाने के फायदे (Benefits of Eating Basil or Tulsi in Pregnancy in Hindi):
- तुलसी की पत्तियों में 'विटामिन-ए' पाया जाता है, जो गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए बेहद ज़रूरी होता है।
- तुलसी की पत्तियों में हीलिंग गुण होते हैं। इसकी पत्तियां एंटी-बैक्टीरियल होने के साथ-साथ एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुणों से भरपूर होती हैं।
- रोज़ाना तुलसी की दो पत्तियां खाने से शरीर में खून की कमी नहीं होती। गर्भावस्था में ज़्यादातर महिलाओं को एनिमिया की शिकायत हो जाती है। ऐसी महिलाओं को हर रोज़ तुलसी की दो पत्तियां खाने काफी फायदा मिल सकता है।
- तुलसी की पत्तियां मैग्नीशियम का अच्छा स्त्रोत होती हैं। ये बच्चों की हड्डियों के विकास के लिए बहुत जरूरी है। इसमें मौजूद मैगनीज टेंशन को कम करने का काम करता है.
- तुलसी की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इससे मां और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों ही को संक्रमण होने का ख़तरा कम हो जाता है।
इसे भी पढ़ें-
अबॉर्शन पिल्स लेने से पहले जान लीजिए इसके नुकसान
Comments (0)
Facebook Comments (0)